आल सेन्टस न्यू गैरिसन चर्च
आल सेन्टस न्यू गैरिसन चर्च, जो लखनऊ के कन्टोंमेंट में 209 महात्मा गाँधी रोड पर स्थित है, एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और स्थापत्य स्थल है। इस चर्च का निर्माण मूल रूप से 1860 में हुआ था, लेकिन समय के साथ-साथ लखनऊ की छावनी के विस्तार और अंग्रेजी पलटनों की संख्या में वृद्धि के साथ, एक बड़े गिरजाघर की आवश्यकता महसूस की गई।
1908 में इस चर्च के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया गया और इसका नाम आल सेन्टस न्यू गैरिसन चर्च रखा गया। इस नवीन गिरजाघर के निर्माण में जोन्स रेनसम नामक ब्रिटिश इंजीनियर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने इसका डिजाइन तैयार किया था। इसके निर्माण में 91,000/- का खर्च आया था, जो तत्समय अंग्रेज सरकार द्वारा वहन किया गया था।
इस चर्च की वास्तुकला में मेग्डालीन कालेज, आक्सफोर्ड की शैली का प्रभाव देखा जा सकता है। इसकी इमारत अत्यंत विशाल और भव्य है, जिसमें एक ऊंचा टावर है, जिसमें चर्च का घंटा लगा हुआ है। मुख्य द्वार पर एक प्रस्तर पर लिखा हुआ संदेश है, जो प्रार्थना हेतु आने वाले हर भक्त के लिए एक प्रेरणा है।
इस चर्च की संरचना में कुछ परिवर्तन भी किए गए थे, जैसे कि टावर की ऊंचाई कम कर दी गई और साइड की दीवारें भी छोटी और पतली कर दी गईं। इसके बावजूद, गिरजाघर की इमारत भव्य रूप में बनकर तैयार हुई। इस चर्च में लखनऊ के अन्य गिरजाघरों की अपेक्षा सर्वाधिक सीटें हैं और इसका अहाता भी काफी विशाल है।
इस चर्च की एक विशेषता यह है कि प्रत्येक बेंच के पिछले ऊपरी भाग पर बन्दूकें रखने हेतु खांचे बने हुए हैं। यह व्यवस्था इसलिए की गई थी ताकि सिपाही ड्यूटी पर हो या ड्यूटी से लौट रहा हो, वह असलहे समेत प्रार्थना में आकर सम्मिलित हो सके।
एक अन्य कारण यह भी बताया जाता है कि 1857 की क्रान्ति के दौरान कई गिरजाघरों में प्रार्थना के समय घुसकर क्रांतिकारियों ने अंग्रेज अफसरों पर हमले किए थे, फलस्वरूप उनमें कई अंग्रेजों को जान से हाथ धोना पड़ा था। अतः अंग्रेजों ने इसी डर से छावनियों में स्थित गिरजाघरों में प्रार्थना के समय शस्त्र लेकर जाने की अनुमति प्रदान की थी।
आल सेन्टस न्यू गैरिसन चर्च लखनऊ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो शहर के स्वर्णिम इतिहास और स्थापत्य कला का परिचायक है। लखनऊ डायोसिस और नॉर्थ इंडिया चर्च के अधीन इस चर्च की देख रेख की जाती। यह चर्च एक जीवंत स्मारक है जहाँ हर रविवार को प्रेस्बिटर इनचार्ज रेव. अभय सोअंस के नेतृत्व में प्रार्थना सभा होती है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
AMAUSI
ट्रेन द्वारा
CHARBAGH
सड़क के द्वारा
CHARBAGH